लुधियाना 13 फरवरी 2025 : पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी मुहिम में विजिलेंस ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए Civil Hospital Ludhiana के इमरजेंसी वार्ड में तैनात सहायक सतिंदर कुमार को 7,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी ने पहले ही 3,000 रुपये ऐंठ लिए थे और बाकी रकम के लिए दवाब बना रहा था।
कैसे फंसा रिश्वतखोर कर्मचारी?
लुधियाना के जस्सल कॉलोनी निवासी विजय कुमार ने विजिलेंस ब्यूरो को शिकायत दी थी कि Civil Hospital कर्मचारी सतिंदर कुमार ने उसकी मेडिकल रिपोर्ट की रसीद जारी करने के बदले 10,000 रुपये की मांग की थी। पहले ही 3,000 रुपये डकार चुके इस कर्मचारी की भूख यहीं नहीं थमी। उसने बाकी रकम की मांग की, लेकिन विजय कुमार ने इसकी सूचना विजिलेंस ब्यूरो को दे दी।
बिछाया गया जाल और दबोचा गया आरोपी
विजिलेंस टीम ने तुरंत प्लान तैयार किया और सरकारी गवाहों की मौजूदगी में जाल बिछाया। जैसे ही सतिंदर कुमार ने 7,000 रुपये रिश्वत ली, वैसे ही उसे रंगे हाथों दबोच लिया गया। विजिलेंस ब्यूरो ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
Civil Hospital में फैली सनसनी, आगे होगी सख्त कार्रवाई
इस गिरफ्तारी के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता के मुताबिक, इस मामले की विस्तृत जांच जारी है और अन्य कर्मचारियों की भूमिका भी खंगाली जा रही है।
क्या सरकारी अस्पतालों में भ्रष्टाचार का इलाज संभव है? या आम जनता को इसी तरह रिश्वत की भेंट चढ़ते रहना पड़ेगा? विजिलेंस की इस कार्रवाई से एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है!
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