GNDU का ऐतिहासिक फैसला – बॉर्डर और ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को मिलेगा बड़ा मौका!

Guru Nanak Dev University Takes a Historic Decision for Border and Rural Student
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वाइस चांसलर प्रो. करमजीत सिंह बोले – “बॉर्डर और गांव का कोई भी बच्चा उच्च शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा!”

अमृतसर, 5 फरवरी 2025 :- कमल कुमार

गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (GNDU) ने बॉर्डर और ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों के लिए ऐतिहासिक कदम उठाते हुए विश्वविद्यालय में 5% सीटें बढ़ाने का बड़ा फैसला किया है। इस महत्वपूर्ण निर्णय को आज यूनिवर्सिटी की सिंडिकेट मीटिंग में मंजूरी दी गई।

प्रो. करमजीत सिंह की बड़ी पहल – हर छात्र को मिलेगा उच्च शिक्षा का हक!

यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. करमजीत सिंह ने अपनी पहली सिंडिकेट मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए साफ कहा कि “बॉर्डर और ग्रामीण इलाकों के बच्चों के लिए शिक्षा के दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे!” इस फैसले को सही ढंग से लागू करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है, जो इन छात्रों को अधिक लाभ दिलाने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार करेगी।

कमेटी की सिफारिश के मुताबिक, हर कोर्स में 5% सुपरन्यूमरेरी सीटें बॉर्डर और ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों के लिए आरक्षित होंगी, जिससे उन्हें ज्यादा अवसर मिल सकें।

“बच्चों का भविष्य संवारना मेरा सपना!” – प्रो. करमजीत सिंह

प्रो. करमजीत सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “मैं हमेशा से चाहता था कि बॉर्डर और ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। संसाधनों की कमी के कारण कई होनहार छात्र पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं। यह निर्णय उनके उज्जवल भविष्य का रास्ता खोलेगा!”

सिंडिकेट सदस्यों ने की पहल की सराहना!

सिंडिकेट सदस्यों ने इस फैसले को “ऐतिहासिक कदम” बताते हुए कहा कि यह निर्णय बॉर्डर और ग्रामीण छात्रों के जीवन में बड़ा बदलाव लाएगा।

वाइस चांसलर को मिली बड़ी जिम्मेदारी

सिंडिकेट ने वाइस चांसलर को यह अधिकार भी दिया कि वे ज़रूरी मामलों में खुद ही फैसले ले सकें, ताकि विश्वविद्यालय की प्रगति में कोई रुकावट न आए।

रजिस्ट्रार ने दी बधाई, नई योजनाओं पर जोर

इस मौके पर रजिस्ट्रार प्रो. करणजीत सिंह काहलों ने सभी सदस्यों का स्वागत किया और वाइस चांसलर प्रो. करमजीत सिंह को उनकी नियुक्ति पर बधाई दी।

छात्रों के लिए नई योजनाएं – रोजगार और महिला सशक्तिकरण पर जोर!

प्रो. करमजीत सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी में सिर्फ शैक्षणिक उत्कृष्टता ही नहीं, बल्कि रोजगारपरक और व्यावसायिक कोर्स भी शुरू किए जाएंगे, ताकि छात्र आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें।

स्किल-बेस्ड कोर्सेस पर जोर – छात्रों को सिर्फ नौकरी ढूंढने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला भी बनाया जाएगा!

महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान – लड़कियों के लिए खास कोर्स शुरू होंगे, ताकि वे आत्मनिर्भर बनें और दूसरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर सकें।

शिक्षकों की तरक्की और 57 पीएचडी डिग्रियों को मंजूरी!

इसके अलावा, सिंडिकेट ने शिक्षकों और गैर-शिक्षण स्टाफ की प्रमोशन को भी हरी झंडी दी और 57 पीएचडी डिग्रियों को मंजूरी दी गई।

गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी का यह बड़ा फैसला हजारों छात्रों के लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है। बॉर्डर और ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के लिए यह सुनहरा मौका है, जिससे वे अपने सपनों को साकार कर सकते हैं

#Gndu #Syndicate Meeting 

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